भोजपुरी शब्दकोश : Bhojpuri Dictionary

Bhojpuri is an Indo-Aryan language spoken in Bhojpuri region of North India and Nepal. It is chiefly spoken in Uttar Pradesh, Bihar, and Jharkhand in India. Bhojpuri is also spoken widely in Guyana, Suriname, Fiji, and Mauritius. The variant of Bhojpuri of the Indo-Surinamese is also referred to as Sarnami Hindustani, Sarnami Hindi or just Sarnami. In Mauritius a dialect of Bhojpuri remains in use, and it is locally called Bojpury. The 4 dialects of Bhojpuri are Southern Standard Bhojpuri, Northern Standard Bhojpuri, Western Standard Bhojpuri and Nagpuria Bhojpuri.

  • अँउघी –  नींद
  • अँकवार –  आलिंगन
  • अँकवार –  आलिंगन, गले लगाना
  • अँगूरी –  ऊँगली
  • अँजोरिया –  चांदनी
  • अँहार –  अँधेरा
  • अंइठा –  घोंघा
  • अंगेया –  भोज-निमंत्रण
  • अंजोर –  उजाला
  • अउर –  और
  • अउर का –  और क्या
  • अउस –  उष्ण
  • अकाज –  विलम्ब
  • अक्किल –  अक्ल, बुद्धि
  • अगतियार –  अख्तियार, अधिकार
  • अगराइल –  इतराना
  • अगोरल –  रक्षा करना, देख रेख करना
  • अछ्रंग –  दोष, इल्ज़ाम
  • अजवारल –  एक बर्तन का सामान दूसरे में सुरक्षित करना
  • अझूराइल –  उलझना, झगड़ना
  • अदवरी –  बड़ी
  • अधिकई –  औकात या सीमा के बाहर काम करना, ज्ञान नहीं फिर भी किसी काम में हाथ डालना
  • अनकर –  दूसरे का
  • अनखाती –  बहुत कम अन्न खाने वाला
  • अनघा –  बहुत
  • अनठिआवल –  सुनकर भी अनसुना करना
  • अनस –  ऊँब, खींज
  • अनेरिया –  अज्ञात व्यक्ति, लवारिस
  • अन्देशा –  पुर्वानुमान, आशा रखना
  • अन्हरिया –  अंधकार
  • अन्हरिया रात –  अँधेरी रात
  • अपटा पटौनी –  खेत में पानी पानी छोड़, अपने-आप सिंचाई
  • अबकी बेर –  इस बार
  • अबर –  कमजोर
  • अबेर –  देर
  • अभागा –  दुर्भाग्यशाली, जो कुछ काम ना करे खाकर पटाया रहे, अकर्मण्य
  • अमरित –  अमृत
  • अमल –  नशा, आदत
  • अरगनी –  रेंगनी, हैंगर
  • अरज –  प्रार्थना
  • अरिया –  किनारा
  • अलोत –  ओट मे, किसी के पीछे
  • अलोता –  आड़ में
  • असों –  इस वर्ष
  • आ गइली –  आ गई
  • आँतर –  अन्तर, एक दिन बीच कर के
  • आंकड़ –  कंकड़
  • आइल गइल –  आना जाना
  • आकि –  या, अथवा
  • आगर –  गुणवान
  • आनकर –  दूसरे का
  • आनका –  अन्य
  • आनऽल –  सामान लाना, लाना
  • आयिल-गईल –  आना जाना
  • आव-भगत –  स्वागत
  • आवऽ –  आओ
  • आवऽ तारी –  आ रही हैं
  • आवऽ तारे –  आ रहें हैं

  • इच्छा –  रुचि, चाहत, दिलचस्पी
  • इतमिनान –  आराम
  • इनार –  कुआँ
  • इम्तिहान –  परीक्षा
  • इयाद –  याद
  • इहाँले कि –  यहाँ तक कि
  • ईया/आजी  –  दादी

  • उकसावल –  उत्प्रेरित करना
  • उघरल –  खुला
  • उचकुन –  किसी वस्तु को थोड़ा ऊँचा या समतल करने के लिए उसके नीचे लगाया जाने वाला लकड़ी, पत्थर या मिट्टी का छोटा टुकड़ा।
  • उजिआइल –  उपजना, बढ़ना
  • उठौना –  किसी चीज का नियमित रूप से लेना जिसके मूल्य का भुगतान एक निश्चित समय पर किया जाता है।
  • उदःबेग –  बेचैनी
  • उनुकर –  उनका
  • उपरी बेरा –  दोपहर के बाद का समय
  • उरुआ –  उल्लू
  • उलाड़ –  बैलगाड़ी पर जब अधिक माल लाद दिया जाता है, तब अगले हिस्से का ऊपर उठना, हल्का हो जाना उलाड़ कहलाता है
  • उसर –  बंजर, जहाँ उपज ना हो
  • ऊ –  वह
  • ऊँभ-चूभ –  बेचैनी
  • ऊसर –  अनुपजाऊ

  • एक बेर –  एक बार
  • एकइस –  इक्कीस, 21
  • एने –  इधर
  • एने ओने –  इधर उधर
  • एही कुल्ही –  यही सब
  • एही खाती / खातिर –  इसलिए
  • ओइसन –  वैसा
  • ओइसहि –  वैसे ही
  • ओजन –  वजन
  • ओठँगना –  लेटना, सोना
  • ओठंगल –  लेटा हुआ, लेटना, पड़ा होना
  • ओद –  गीला, भींगा, नमीयुक्त
  • ओरहन –  उलाहना
  • ओराइल –  समाप्त होना
  • ओराइल –  खत्म, खत्म होना
  • ओरिया –  तरफ, दिशा
  • ओलरना –  झुकना
  • ओसारा –  बरामदा, मकान के आगे बना हुआ दालान, छज्जा
  • ओहरल –  पचकना
  • ओहिजा –  वहाँ, वहीं

  • कइसन –  कैसा
  • कइसे –  कैसे
  • कइसे भइल –  कैसे हुआ
  • कउआ –  कौआ
  • कउड़ा –  अलाव
  • ककही –  कंघी
  • कगरी –  किनारा
  • कचकाड़ा –  प्लास्टिक
  • कचोरा –  कटोरा
  • कटहर –  कटहल
  • कठेस –  कड़ा, कसा हुआ
  • कतहि –  कही भी
  • कतहुँ –  कही भी
  • कनिया –  दुल्हन
  • कब दो –  पता नही कब
  • कब दोनि –  पता नही कब
  • कबहूॅं –  कभी
  • कबो ना –  कभी नही
  • कबो-कबो –  कभी-कभी
  • कमासुत –  मेहनती
  • करजा –  कर्ज, उधार
  • करलूठा –  काला
  • करवाइन / किरवाइन –  जिस बर्तन में मांस-मंछली पकाया अथवा रखा जाता है, उस बर्तन को करवाइन बर्तन कहते हैं।
  • करऽ –  करो
  • करिया –  काला
  • करू तेल –  सरसो तेल
  • करू/कडू तेल –  सरसों का तेल
  • करेजा –  कलेजा
  • करेलऽ –  करते हो
  • कलजुग –  कलयुग
  • कवन-कवन –  कौन कौन
  • कवर –  निवाला
  • कहतू –  कहती, अगर कहती
  • कहनाम –  कथन, कहावत
  • कहल –  कहा हुआ
  • कहल बा –  कहा हुआ है
  • कहवाँ –  कहाँ
  • कहार –  भार उठाने या ढ़ोने वाला
  • कहि दऽ, कह दऽ –  कह दो
  • कऽमर –  कंबल
  • का –  क्या
  • का दो –  पता नहीं क्या
  • कांदो –  कीचड़
  • काठी –  तीली
  • काते काते –  किनारे किनारे
  • कान्ह –  कन्धा
  • काशी के फिरता –  चतुर, चालाक
  • काहे के –  किसलिए
  • किरपा –  कृपा
  • किरिन –  किरण
  • किरिया –  कसम
  • किसिम –  प्रकार
  • किस्सा –  कहानी
  • कीनना –  खरीदना
  • कीनल –  खरीदा हुआ
  • कुकुर –  कुत्ता
  • कुछउ –  कुछ भी
  • कुदारी –  कुदाल
  • कुदेलऽ –  कूदते हो
  • कुपातर –  अयोग्य
  • कुबत –  शक्ति
  • कुबेरा  –  गलत समय
  • कुल्ही –  सब
  • कूंची –  झाड़ू
  • केकर –  किसका
  • केकरा से –  किस से
  • केतना –  कितना
  • केतना हाली –  कितनी बार
  • केने –  किधर, कहाँ
  • केरा –  केला
  • केवाड़ी –  दरवाजा
  • केहुए केहुए –  कोई कोई
  • केहू –  कोई
  • केहू तरेह –  किसी तरह
  • कोआ –  कटहल का फल
  • कोठारी –  छोटा कमरा
  • कोरा –  गोद
  • कोल्हुआड़ –  गन्ना पेरने की जगह
  • कोहनाना –  क्रुद्ध होना
  • कोहबर –  भीतर घर जहाँ वर वधू साथ बैठेते हैं।

  • खउराह –  नुकसान करने वाला, असभ्य
  • खखुआइल –  असंतोष, किसी चीज को पाने के बेचैन होना
  • खखोरल –  खुरचना
  • खटिया –  चारपाई
  • खदकल –  उबलना
  • खदऽकल –  खौलना
  • खरकट्ल –  जूठा बर्तन जिसमें अन्न सूख गया हो।
  • खरहा –  खरगोश
  • खरिका –  दांतखोदनी
  • खातिर –  स्वागत, के लिए
  • खादर –  खाद, बेकार
  • खानी –  समान
  • खाल –  गढ्ढा, नीचा, छाल
  • खाली –  रिक्त
  • खियाना –  घिसना
  • खिरकिट्टी –  दुबला – पतला
  • खिसियाइल –  क्रोधित होना
  • खिसीयाईल –  गुस्सा होना
  • खुखुड़ी –  अन्नरहित भुट्टा
  • खुर –  पशु या जानवर के पैर का निचला भाग
  • खेलवना –  खिलौना
  • खोंट्ल –  चुनना, उपर से तोडना (धोती खोंट्ल, साग खोंट्ल)
  • खोंता –  घोंसला
  • खोइंछा –  विवाहिता के फांड़ (आँचल) में रखा जाने वाला अन्न-द्रव्य
  • खोइछा –  आँचल
  • खोइया –  छिल्का

  • गजन –  परेशानी, परेशान, दिक़्क़त
  • गझिन –  घना
  • गतर –  छोटा सा भाग, अंश
  • गतान –  बांधने के लिए प्रयुक्त मूंज, पुआल आदि का ऐंठा हुआ रस्सा
  • गदबेर –  गोधुली बेला
  • गनल-गूथल –  सीमित, गिना हुआ
  • गरहन –  ग्रहण
  • गहिर –  गहरा
  • गाछ-विरिछ –  पेड़-पौधा
  • गाछी –  वृक्ष
  • गाभिन –  गर्भवती
  • गील –  गीला
  • गेना –  गेंद
  • गोंतल –  पशु चारा को पानी में भिंगोना, कपड़ा पानी में भिगोना
  • गोइंठा –  उपला
  • गोनतारी –  खाट के पैर वाला स्थान
  • गोनसार –  भूजा भूजने का स्थान
  • गोयड़ा –  घर के पास का या गाँव से सटा खेत
  • गोहरा –  उपला
  • गोड़ –  पैर
  • गड़ासी –  चारा या घास काटने का उपकरण

  • घईला –  घड़ा
  • घटल –  कम होना
  • घटावल –  कम करना
  • घबराइल –  घबड़ाना, बेचैन होना
  • घरजनवा –  घर से एक व्यक्ति (भोज पर निमंत्रण)
  • घरभोज –  नए घर/मकान में प्रवेश के समय दिया गया भोज
  • घराना –  कुल, खानदान
  • घरारी –  जिस जमीन पे घर हो या रहा हो
  • घलुआ –  फ्री में मिला हुआ
  • घवद –  गुच्छा, घौद
  • घसल –  घिसना
  • घाम –  धुप
  • घिरनी –  चरखी
  • घीन –  नफरत
  • घीव –  घी
  • घुमरी –  चक्कर
  • घुसकल –  खिसकना
  • घेवड़ा –  नेनुआ / तरोई
  • घोनसारी –  भूंजा भूंजनेवाला जगह

  • चउकस –  बढ़िया, अच्छा
  • चन्नन –  चन्दन
  • चरचा –  चर्चा
  • चहुँपल –  पहुंचना
  • चहेटल –  पीछा करना, भगाना
  • चाउर –  चावल
  • चाकर –  चौड़ा, नौकर
  • चाम –  चमड़ा
  • चाव –  उत्साह, रुचि
  • चास –  खेत की एक बार जुताई
  • चिउटी –  चींटी
  • चिरई –  चिड़िया
  • चिरकुट –  फटा कपडा
  • चिहाना –  आशचर्यचकित होना
  • चीखना –  स्वाद लेना
  • चीन्हना –  पहचानना
  • चोख –  तेज, तीक्ष्ण
  • चौखूट –  चौकोर

  • छउकल –  कूदना, उछलना
  • छउड़ी –  लड़की, बेटी
  • छछनल –  किसी चीज को पाने के लिए व्याकुल होना
  • छटकल –  छिटकना
  • छतर –  सांप का फण
  • छरकल –  उछलना, कूदना
  • छरदवाली –  चहारदीवारी
  • छरहर –  छरहरा, हल्के और पतले बदन या शरीर वाला
  • छरिआइल –  बच्चों किसी वस्तु को पाने के लिए जिद करना या रोना
  • छहलल –  फिसलना
  • छागल –  पायल
  • छाल –  छिलका, चमड़ा
  • छाल्ही –  दूध-दही के ऊपर जमने वाला मलाई
  • छितराना –  बिखराना
  • छिलकोइया –  छिलका
  • छिहुलल –  फिसलना
  • छीटल –  बिखेरना, फैलाना
  • छीनल –  छीनना
  • छुअल –  स्पर्श करना, छूना
  • छुआइल –  छू जाना, स्पर्श होना
  • छुटल –  छोड़ देना, छूट जाना
  • छुरी –  चाकू
  • छूँछ –  खाली
  • छेकना –  रोकना
  • छेद –  बिल, छिद्र
  • छेदा –  बिल, छिद्र
  • छेरल –  पतला दस्त करना
  • छेवकल –  तड़का लगाना
  • छोकड़ा –  लड़का
  • छोडावल –  छुड़ाना
  • छोलनी –  करछी
  • छोड़ल –  छोड़ा हुआ, छोड़ना

  • जंगला –  खिड़की
  • जइसे  –  जैसे
  • जइसे तइसे  –  जैसे तैसे
  • जमकल –  जमा हुआ
  • जहिया –  जिस दिन
  • जिआन –  बर्बाद
  • जीयरा –  ह्रदय
  • जोखना –  तौलना
  • जोखल –  तौलना
  • जोन्ही –  तारा
  • जोरन –  जामन
  • जोहना –  खोजना

  • झापड़ –  थप्पड़
  • झुलुवा –  झूला
  • झोटा –  केश, बाल
  • झोप –  फलो का झुण्ड
  • झोरा –  झोला
  • झोरी –  थैला

  • टांगी –  कुल्हाड़ी
  • टिकुली –  बिंदिया, बिंदी
  • टिकोरा –  छोटा आम
  • टुटल –  टूटना
  • टूंगना –  ऊपर से काटना
  • ठेपी –  ढक्क्न
  • ठेहुन –  घुटना
  • ठेहुन भर  –  घुटने तक
  • ठोर –  होठ/चोंच

  • डंटा –  डंडा
  • डरार –  लकीर, मेढ़
  • डेग –  कदम

  • ढील –  जूँ, छूट
  • ढेबुआ –  पैसा
  • ढेर –  ज्यादा

  • तइयार –  तैयार
  • तनिका –  थोड़ा
  • तबले –  तब तक
  • तबो –  तब भी
  • तबो –  तब भी, तो भी
  • तमेचा –  थप्पड़
  • तरकारी –  सब्जी
  • तरजुई –  तराजू
  • तरास –  प्यास
  • तहवाँ –  तहाँ, उस जगह
  • तहार –  तुम्हारा
  • तहिया –  उस दिन
  • तानना –  फैलाना
  • तुरना –  तोडना
  • तुरहा –  फल सब्जी तोड़ने वाला
  • तुराना –  बंधन से रहित होना
  • तू –  तुम
  • थरिआ –  थाली
  • थोपी –  थप्पड़
  • दवाई –  दवा
  • दस्तखत –  हस्ताक्षर
  • दाएॅं –  दाहिना, दाहिनी तरफ का, दाहिने हाथ का
  • दुआर –  द्वार, घर का अगला भाग
  • दुबराइल –  कमजोर, कमजोर होआ
  • दुलरुवा –  प्यारा
  • दोसर –  दूसरा
  • दोहरवनी –  दुबारा, फिर से
  • धनिक –  धनवान, पैसे वाला
  • धराइल –  पकड़ना, रखना
  • धिकल –  गर्म

  • नइहर –  विवाहिता स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर और परिवार। नैहर। पीहर। मायका
  • नरम –  मुलायम, कोमल
  • नहरनी –  नैल कटर, नाखून काटने का औजार
  • नाहींतऽ –  नहीं तो
  • निचका –  नजदीक / पास
  • नियर –  जैसा
  • नियरा –  नजदीक
  • निहारत –  देखना
  • निहुरल –  झुकना
  • निहोरा –  निवेदन
  • नीन –  नींद
  • नीमन –  अच्छा
  • नून –  नमक
  • नेउर –  नेवला
  • नेवान –  पहली बार खाना या आरम्भ करना
  • नोह –  नाखून

  • पंजरा –  बगल में 
  • पइसा –  पैसा
  • पईचा –  उधार
  • पगहा –  रस्सी / बांधने की रस्सी
  • पतई –  पत्ता, पत्ती
  • पतियाना –  विश्वास करना
  • पतुकी –  मिट्टी की छोटी हांड़ी
  • पथल –  पत्थर
  • परसादी –  प्रसाद
  • परान –  प्राण
  • परिकना –  अभ्यस्त होना
  • परेवा –  कबूतर
  • परोजन –  उत्सव
  • पलानी –  झोपडी
  • पसिजल –  पिघलना, पिघला हुआ
  • पसेना –  पसीना
  • पहरुवा –  पहरा देने वाला
  • पहिले पहल –  पहली बार
  • पहुचल –  पहुचना, मिलना
  • पाकल –  पका हुआ
  • पातर –  पतला
  • पारापारी –  एक बाद एक
  • पाहुन –  अतिथि, मेहमान
  • पिआज –  प्याज़
  • पिछुवारा –  घर का पिछला भाग
  • पिपुही –  बाँसुरी
  • पियराना –  पीला होना
  • पिल्ला –  कुत्ता, कुत्ता के बच्चा
  • पिसान –  आटा
  • पुरान –  पुराना
  • पूरुब –  पूर्व, पूरब
  • पेटकुनिया –  पेट के बल
  • पेड़ा –  रास्ता, एगो के मिठाई के नाम
  • पेहान –  ढ़क्कन
  • पैना –  छड़ी
  • पोखरा –  जलाशय, तलाब
  • पौंड़ना –  तैरना

  • फइल –  काफी जगह, चौड़ा
  • फइलल –  फैलना, विस्तृत होना
  • फजीर –  सुबह
  • फजीरे –  सुबेरे
  • फटाक से –  झट से, तुरंत
  • फफाइल –  उबलते हुए दूध का उपर आना, उबलना
  • फफेली –  गला
  • फरकल –  फड़कना
  • फरजी –  नकली
  • फरल –  किसी पौधे मैं फल लगना
  • फरार –  भागना
  • फसरी –  फंदा, फाँस
  • फाँड़ –  आँचल
  • फाटक –  दरवाजा, कपाट
  • फाटल –  फटा हुआ , दरार पड़ना
  • फाफड़ –  दरार
  • फाड़ल –  फाड़ना
  • फिकिर –  चिंता
  • फिरंट –  आवारा, व्यर्थ मे घूमने वाला
  • फुहर –  गंदा
  • फूटल –  फूटना, निकलना
  • फूलौना –  बैलून
  • फेकरना –  रोना
  • फेन –  झाग, गाज
  • फेर –  फिर, दुबारा
  • फेर कबो –  फिर कभी
  • फेड़ –  पेड़

  • बउराह –  पागल
  • बकलोल –  मूर्ख, बेवकूफ
  • बखरा –  हिस्सा / भाग / शेयर
  • बगईचा –  बगीचा
  • बछरू –  बछड़ा
  • बटखरा –  धातु, पत्थर आदि का किसी नियत तौल का टुकड़ा जिससे अन्य पदार्थ तराजू पर तौला जाता हैं।
  • बटाम –  बटन
  • बटोरना –  एकत्रीत करना
  • बटोरल –  इक्ट्ठा करना
  • बतइबऽ –  बताना, बतलाना
  • बतकही –  बातचीत
  • बतास –  हवा
  • बतियावत –  बात-चीत
  • बदरी –  बादल
  • बनरी –  बंदरिया, एक घास जो रबी की फसल में होती है
  • बबूर –  बबूल, कीकर
  • बयार –  हवा, हल्की हवा
  • बरतुहार –  अगुवा, शादी के लिये घर आये लोग
  • बरफ –  बर्फ
  • बरियार  –  ताकवर
  • बरिस –  वर्ष
  • बरुआ –  ब्रह्मचारी
  • बलुक –  बल्कि
  • बसवारि –  बाँसो का जन्म स्थान
  • बसिया –  बासी
  • बहंगी –  भार ढोने वाला बांस का बत्ता
  • बाँचना –  पढ़ना
  • बाइली –  बाहरी (व्यक्ति) या बाहरी आदमी
  • बाएॅं –  उलटा हाथ, बायें तरफ
  • बाकिर –  लेकिन
  • बाचल –  बाकी
  • बारना –  जलाना
  • बारी –  पारी
  • बावग –  गन्ने/ऊँख की पहली बुआई
  • बिछना –  चुनना
  • बिछिली –  फिसलन
  • बिदेश –  विदेश, दूसरा देश
  • बियाह –  विवाह, शादी
  • बिसभोर –  भूल जाना
  • बिहने –  दूसरा दिन, कल
  • बिहाने –  सुबह
  • बीछी –  बिच्छू
  • बुझउवल –  पहेली
  • बुरबकs –  मुर्ख
  • बूकना –  पीसना
  • बूसट –  कमीज / शर्ट
  • बेंवत –  औकात
  • बेकत –  परिवार का सदस्य
  • बेख्याल –  भूल जाना / विस्मरण
  • बेजोड़ –  बहुत अच्छा
  • बेमारी –  बीमारी
  • बेरहनी –  कुसंस्कारी औरत
  • बेरा –  समय
  • बेसी –  ज्यादा
  • बोखार –  बुख़ार
  • बोरल –  भींगोना
  • बोरसी –  अँगीठी
  • बड़का –  बड़, बड़ा
  • बड़का –  बड़े लोग, प्रतिष्ठित, बड़ा (आकार में)
  • बड़हन –  बड़ा
  • बड़ाई –  प्रसंसा

  • भंटा –  बैंगन
  • भइल –  हुआ
  • भईंस –  भैंस
  • भउजी –  भाभी
  • भउर –  आग
  • भकजोनी –  जुगनू
  • भकुआइल –  सोचने की शक्ति अस्थायी रुप से कम होना, नींद या नशे कि अवस्था
  • भतार –  पति
  • भरम –  भ्रम
  • भरसक –  शक्ति भर
  • भीजल –  भींगा हुआ
  • भुवर –  भूरा
  • भूईयाॅं –  नीचे, जमीन पर
  • भोर –  सबेरा, सुबह
  • भोर परल  –  भूल जाना

  • मइल –  मैल
  • मउअत –  मौत
  • मउगी –  स्त्री
  • मऊरी / मऊर –  सेहरा
  • मचिया –  छोटी खाट
  • मडइ –  झोपडी
  • मतारी –  माई, माँ
  • मन परल  –  याद आना
  • मरद –  मर्द, पुरुष, पति
  • महकउआ –  सुंगन्धित, खुशबू देने वाला, खुशबूदार
  • महतारी –  माँ, माई
  • माछी –  मक्खी
  • माने –  मतलब
  • माहुर –  जहर
  • माड़ो –  मंडप
  • मुदई –  शत्रु, दुश्मन
  • मुरई –  मूली
  • मुसकइल –  चूहे द्वारा बनाया गया बिल
  • मुसमात –  विधवा
  • मुस्मात –  विधवा
  • मुड़ी –  सिर
  • मेहरारू –  औरत, पत्नी
  • मोजर –  आम का फूल
  • मोटरी –  गठरी
  • मोरी –  नाली
  • मोलायम –  मुलायम, नरम

  • रउरा / रउवा –  आप
  • रखवार –  रक्षक
  • रसरी –  रस्सी
  • रहर –  अरहर / दाल
  • रूखी –  गिलहरी
  • रूनी –  अमरूद
  • रेक्सा –  रिक्शा

  • लइकाई –  बचपन
  • लउकी –  लौकी / कद्दू
  • लक्कम –  आदत
  • लगले –  साथ ही, लगे हाथ
  • लगले –  साथ ही
  • लगहर –  दूध देने वाली गाय या भैंस
  • लटपटाइल –  लपटाना
  • लतरा –  बायाँ
  • लबजा –  झूठा
  • लमहर –  लंबा
  • लरम –  नर्म
  • ललना –  बच्चा
  • लाँगा –  नंगा, नीच
  • लाबरा –  झूठा
  • लालमी –  तरबूज
  • लिलार –  ललाट, माथा
  • लुग्गा –  साड़ी
  • लूर –  ढंग, तरीका
  • लेआवल –  किसी सामान को लाना
  • लेहना –  चारा
  • लेहना –  चारा
  • लोर –  आँसू

  • संघतिया –  यार, दोस्त
  • सउसे –  साबुत
  • सगरी –  सब
  • सगौती –  माँस
  • सनचित –  चुपचाप, शान्त
  • सबसे पहिले –  सब से पहले
  • सबुर –  संतुष्टि, धैर्य, सब्र, सहनशीलता
  • सभत्तर –  हर जगह
  • सरियावल –  व्यवस्थित करना
  • सलाई –  माचिस
  • ससुरारी –  पत्नी के पिता का घर, ससुराल
  • सहकल –  मन का बढ़ना
  • सहेजना –  ठीक करना
  • साँच –  सच
  • साँझ –  शाम
  • साइत –  शायद
  • सागा पियाज –  हरा प्याज
  • सानल –  मिलाना, गूंथना
  • सार –  साला, श्यालक
  • साहेब –  साहब
  • सींझना –  पकना
  • सुकवार –  कोमल
  • सुन्नर –  सुन्दर
  • सुपुली –  छोट सुप
  • सुरती –  खैनी, तम्बाकू
  • सुरसती –  सरस्वती, हिन्दूधर्म में ज्ञान की दैवी
  • सूगा –  तोता
  • सेनुर –  सिंदूर
  • सेमरा –  खेत की दो बार जुताई
  • सेराइल –  ठंढा होना
  • सोझा –  सामने

  • हजाम –  बाल, दाढ़ी बनाने वाला, नाइ
  • हड़िया –  मिट्टी की हांड़ी
  • हप्ता –  सप्ताह
  • हबर-हबर –  जल्दी-जल्दी
  • हम –  मैं
  • हरवाह –  हल चलाने वाला
  • हलुक –  हल्का
  • हाली-हाली –  जल्दी-जल्दी
  • हेंकड़ी –  आत्माभिमान (उनकर एहिसन पीटाई भइल की हेंकड़ी गुम हो गइल)
  • हेंगावल –  जुते खेत की मिट्टी को हेंगा से बराबर करना
  • हेलल –  पानी पौंड़ना, नदी पार करना
  • हेहर –  डाँट फटकार एवं पिटाई के बावजूद आदत न बदलने वाला।
  • होखे वाला –  होने वाला
  • होरहा –  मकई का बाल, जिस में दाना पूरा पका ना हो

  • फ़ानना –  कूदना
  • फ़ीचना –  निचोड़ना